यदि चेहरे पर पिंपल्स निकल आते हैं। तो कुछ भी करने का बिल्कुल भी मन नहीं करता है। किसी भी चीज को करने में हमारा मन नहीं लगता और पिंपल वाले फेस पर मेकअप बिल्कुल भी करने का मन नहीं करता है। इसलिए हमारे दिमाग में बुरे – बुरे ख्याल आते हैं। अगर हम अपने पिंपल वाले फेस पर कुछ भी हल्का सा भी मेकअप करेंगे तो ,कही उसका रिएक्शन ना हो जाए। पिंपल वाले फेस पर फाउंडेशन भी अच्छे से ग्लो कर नहीं कर पाता है। यदि हम अपने फेस पर फाउंडेशन लगाकर मेकअप करते हैं। तो हमारे फेस पर वह ग्लो नहीं रहता है , जो बिना पिंपल वाले फेस पर रहता है और यदि हम मेकअप करते भी हैं। तो हमारी त्वचा रूखी और बेजान दिखाई देती है और इन पिंपल्स को ठीक करने के लिए यदि आप बाहर इलाज करवाने के लिए जाएंगे तो हजारों रुपए खर्च हो जाएंगे और कुछ बेहतर रिजल्ट भी नहीं मिलेगा इसलिए हमारा मानना है। कि पिंपल्स को ठीक करने के लिए उससे अच्छा नुस्खा घरेलू नुस्खा ही है। आप इन घरेलू नुस्खे को अपनाकर अपने पिंपल्स को ठीक कर हटा सकते हैं। हमने इस लेख में Pimple Kaise Hataye Gharelu Nuskhe पिम्पल कैसे हटाए घरेलु नुस्खे के बारे में विभिन्न प्रकार के घरेलू नुस्खे के बारे में हमने विस्तार से बताया है। यदि आपको फायदेमंद घरेलू नुस्खे के बारे में जानना है। तो , हमारे इस लेख को पूरा पढ़ें।
सिंपल भाषा में यदि पिंपल्स के बारे में बात करें तो यह एक प्रकार का इंफेक्शन है। जब हमारे फेस की त्वचा में तेल ग्रंथियां भर जाती है। तो हमारी फेस पर दाने निकलने लगते हैं। जब हमारे त्वचा से बहुत ज्यादा तेल निकलता है , तो वह वसामय त्वचा के साथ मिल कर त्वचा के रोम छिद्रों को बंद कर देता है। इसलिए त्वचा में बैक्टीरिया पनपने लगते हैं। जो पिंपल्स का कारण बनते हैं।
हमारे फेस पर कभी छोटी पिंपल निकलते हैं , तो कभी बड़े पिंपल्स निकलते हैं। पिंपल के दो आकर होते हैं। पिंपल में पानी और पस वाली दोनों ही तरह की फुंसी होती है। इन फुंसी वाले पिंपल में तेज दर्द के साथ कई बार खून भी निकलता है। हमारी त्वचा पर ब्लैकहेड्स और वाइट हेड्स को भी पिंपल कहां जाता है। इस प्रकार के पिंपल में दर्द नहीं होता है। लेकिन इनको निकालते समय हल्का – फुल्का दर्द जरूर होता है। जिस प्रकार हमारे फेस पर पिंपल्स होते हैं। उसी प्रकार हमारे शरीर की त्वचा में भी पिंपल्स होते हैं।
दाना या फुंसी वाले पिंपल बच्चों से लेकर बूढ़ो तक भी हो होते हैं। फुंसी वाले पिंपल हमारे खानपान और कम उम्र के तौर पर निकलते हैं। चेहरे पर ज्यादातर फुंसी वाले पिंपल किशोरावस्था में ही निकलते हैं। जिस भी व्यक्ति की उम्र 15 से 30 होती है। उन व्यक्तियों में ज्यादातर फुंसी वाले पिंपल्स निकलते हैं। पर ऐसा देखा गया है। किसी – किसी व्यक्ति के फेस पर पिंपल्स बिल्कुल नहीं निकलती है। जैसे – जैसे उम्र बढ़ती है। वैसे ही पिंपल कम निकलते हैं। पिपंले धीरे-धीरे ठीक होते चले जाते हैं। इन पिंपल रंग का लाल और गुलाबी होता है। जो पकने के बाद मवाद की वजह सेपीले रंग का दिखाई देता है। जब इस पिंपल में मेवाद भर जाता है , तो दर्द बहुत ही ज्यादा होता है। यह फूटने के बाद चेहरे परअपना निशाना छोड़ जाता है और उस जगह पर गड्ढा भी हो जाता है।
ब्लैकहेड पिंपल देखने में छोटे – छोटे दाने की तरह होते हैं। ब्लैकहेड पिंपल को हाथ से दबाते समय कील की तरह बाहर निकलता है. ब्लैकहेड पिंपल छूने में थोड़ा सख्त होता है। ब्लैकहेड पिंपल ज्यादातर नाक और अपर लिप्स पर होते हैं। किसी – किसी के सिर्फ नाक और अपर लिप पर हीब्लैकहेड्स पिंपलहोते हैं और किसी – किसी के पूरे फेस पर ही ब्लैकहेड्स पिंपल होते हैं। ब्लैक हेड्स पिंपल किसी भी उम्र में निकल जाता है. ब्लैकहेड्स पिंपल होने का कारण त्वचा के रोम छिद्र में धूल – मिट्टी का भर जाना। इन पिंपल को हम स्क्रब के माध्यम से पूरे फेस को स्क्रब करके आराम से निकाल सकते हैं. यदि ब्लैक हेड्स पिंपल बड़े हो तो , इसे ब्लैकहेड रिमूवल टूल से बाहर निकलना चाहिए।
व्हाइट हेड्स पिंपल ब्लैक हेड्स पिंपल की तरह ही होते हैं। व्हाइट हेड्स पिंपल का रंग केवल सफेद होता है। लेकिन यह भी कील की तरह ही होता है। वाइट
हेड्स पिंपल नाक के आसपास वाली जगह पर ज्यादा होते हैं। व्हाइट हेड्स पिंपल ब्लैकहेड्स पिंपल की तरह सख्त नहीं होते हैं। बल्कि यह मुलायम होते हैं व्हाइट हेड्स पिंपल ज्यादातर होंठ के नीचे नाक तथा माथे पर ज्यादा होते हैं।
पिंड के प्रकार वाले पिंपल और दूसरी पिंपल से अधिक बड़े और चपटे होते हैं। यह पिंपल बाहर की तरफ ज्यादा नहीं निकलते यह पिंपल अंदर की तरफ ही धीरे – धीरे बढ़ते रहते हैं। पिंपल्स को छूने पर बहुत अधिक दर्द होता है।
गांठ के आकार वाले पिंपल्स सिस्ट की ही तरह होते हैं। यह पिंपल जब चेहरे पर निकलते हैं। तो एक साथ कई सारे निकल जाते हैं। कभी – कभी यह पिंपल एक बड़े आकार में भी निकल जाता है। फेस पर गांठ के आकार वाले पिंपल होने से बहुत अधिक दर्द होता है।
जब हम किशोरावस्था में प्रवेश करते हैं तो वसामय ग्रंथियां बहुत अधिक फैल जाती हैं। इसी वजह से फेस अधिक ऑयली हो जाता है। किशोर अवस्था में हार्मोनल बदलाव के कारण वासमय ग्रंथियां बहुत ही सक्रिय हो जाती हैं तथा जब हम हार्मोनल बदलाव के कारण तनाव में आते हैं। तो यह पिंपल होने का एक बड़ा कारण बन जाता है।
पिंपल होने का एक महत्वपूर्ण कारण सही प्रकार से खान पान ना होना भी माना जाता है। यदि हम पोषक तत्वों से भरपूर भोजन का सेवन नहीं करते हैं और बाहर के बने भोजन जंकफूड का अधिक सेवन कहते हैं। तो , यह फेस पर पिंपल होने का एक महत्वपूर्ण कारण बन जाता है।
जब हम अधिक तनाव में रहते हैं। तो हार्मोन में तेजी से बदलाव होता है। जिस वजह से ग्रंथिओं में तेल अधिक निकलने लगता है और फेस पर पिंपल होने का कारण बन जाता है।
हमने इस लेख के माध्यम से विभिन्न प्रकार के पिंपल हटाने के घरेलू नुस्खे के बारे में बताया है चलिए जानते हैं –
पिंपल हटाने के लिए घरेलू नुस्खे में एलोवेरा एक प्रभावशाली नुस्खा है। एलोवेरा के इस्तेमाल से हम पिंपल को हटा सकते हैं। एलोवेरा में मौजूद एंटीबैक्टीरियल और एंटीइन्फ्लामेट्री पिंपल पैदा करने वाली बैक्टीरिया को नष्ट करने का कार्य करते हैं। एलोवेरा पिंपल सही करने के साथ – साथ पिंपल्स की वजह से हुए सूजन को भी कम करता है। एलोवेरा में एंटीसेप्टिक गुण पाया जाता है , जो त्वचा पर बैक्टीरिया को पनपने से रोकता है। एक खोज में पाया गया है की एलोवेरा में एंटी एक्ने गुण पाया जाता है। जो पिंपल्स को होने में रोकता है।
टी ट्री ऑयल को पिंपल्स के इलाज के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है। टी ट्री ऑयल का इस्तेमाल पिंपल पर एंटीबैक्टीरियल और एंटी इंफ्लामेट्री गुण की वजह से किया जाता है। इन्हीं सब प्रभावी गुणों की वजह से टी ट्री ऑयल का इस्तेमाल पिंपल की दवा , क्रीम, जेल आदि में टी ट्री ऑयल तेल का इस्तेमाल किया जाता है। इसीलिए टी ट्री ऑयल का इस्तेमाल पिंपल्स को ठीक करने के लिए घरेलू नुस्खे में इसका इस्तेमाल भी किया जाता है।
ग्रीन टी में मौजूद पॉलीफेनोल्स पिंपल के इलाज के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। ग्रीन टी का इस्तेमाल हम पिंपल्स के घरेलू इलाज के लिए आसानी से कर सकते हैं। पॉलिफिनॉल्स त्वचा की ग्रंथियां में निकलने वाले तेल को कम करता है। जिस वजह से पिंपल ठीक हो जाता है। इस गुण के अलावा ग्रीन टी में एंटी माइक्रोबियल और और एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं। जो पिंपल को ठीक करने में सहायता करते हैं। इसलिए पिंपल हटाने के लिए घरेलू नुस्खे में हम ग्रीन टी का इस्तेमाल करते हैं।
रोजाना ग्रीन टी पिए।
तथा ग्रीन टी बैग को पानी में उबालकर पानी ठंडा होने के बाद अपने फेस पर लगा सकते हैं।
नारियल के तेल का इस्तेमाल पिंपल के इलाज के लिए प्रभावशाली माना जाता है। नारियल के तेल में मौजूद जीवाणु रोधी यौगिक तथा विटामिन e की अच्छी मात्रा पाई जाती है। इसलिए नारियल के तेल पिंपल के इलाज के लिए इस्तेमाल किया जाता है। नारियल के तेल में विटामिन e होने की वजह से नारियल का तेल त्वचा को मॉइश्चराइज करके नरम रखने के साथ-साथ स्किन इन्फेक्शन से त्वचा को बचाता है।
पिंपल्स को हटाने के लिए घरेलू नुस्खे में जोजोबा ऑयल का इस्तेमाल एक प्रभावशाली तरीका है। जोजोबा ऑयल का इस्तेमाल लंबे समय से स्किन केयर प्रोडक्ट में इस्तेमाल किया जाता है। शोध में पाया गया है कि जोजोबा ऑयल पिंपल को ठीक करने के लिए सहायता करता है। जोजोबा ऑयल में एंटी इफ्लेमेटरी तथा एंटीबैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं। जो पिंपल के इलाज के लिए लाभकारी माना जाता है। हम पिंपल्स को ठीक करने के लिए जोजोबा ऑयल फेशियल मास्क का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह पिंपल्स को रोकने में मदद करता है।
शहद और दालचीनी का इस्तेमाल हम पिंपल हटाने के घरेलू नुस्खे में कर सकते हैं। दालचीनी और शहद में पिंपल के बैक्टीरिया से लड़ने के लिए मदद करता है।
शहद और दालचीनी में एंटीबैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं और दालचीनी में मौजूद सिनामलडिहाइड केमिलकल में कंपाउंड में एंटीइंफ्लामेट्री गुण भी पाए जाते हैं। इसलिए दालचीनी और शहद पिंपल के इलाज के लिए सहायता करते हैं।
आर्गन ऑयल के इस्तेमाल से पिंपल्स को ठीक करने में मदद मिल सकती है। प्राचीन समय से ही पिंपल को हटाने के उपाय के रूप मेंऑर्गेनाइजर का इस्तेमाल किया जा रहा है। रिसर्च के मुताबिक ऑर्गेनाइज्ड के इस्तेमाल से फेस की त्वचा में तेल कम निकलता है। जो पिंपल को रोकने में सहायता करता है।
हल्दी एक प्रकार का एंटीसेप्टिक पदार्थ है। जिसमें एंटीबैक्टीरियल हीलिंग अच्छा पाया जाता हैं। जो पिंपल्स को रोकने में सहायता करते हैं। यदि हम पिंपल हटाने केघरेलू नुस्खे में हल्दी का इस्तेमाल करेंगे तो यह बहुत ही अधिक लाभकारी साबित हो सकता है। सदियों से ही हल्दी का प्रयोग स्किन केयर के सभी प्रोडक्ट में किया जाता है। इसलिए हल्दी पिंपल्स को ठीक करने तथा हटाने के लिए प्रभावी साबित हो सकता है।
पिंपल को हटाने के लिए घरेलू नुस्खे में सभी अन्य पदार्थों की तरह नींबू का भी इस्तेमाल किया जा सकता है। नींबू में मौजूद फ्लेवोनोइड जीवाणु रोधी गतिविधि को प्रदर्शित करता है। इसीलिए नींबू पिंपल के बैक्टीरिया को पनपने नहीं देता है। और पिंपल को ठीक करने में सहायता करता है। नींबू में सेट्रस एसिड भी पाया जाता है। जो पिंपल को रोकने में मदद करता है। इसलिए नींबू का इस्तेमाल पिंपल को हटाने के लिए घरेलू नुस्खे में कर सकते हैं।
मुल्तानी मिट्टी का इस्तेमाल पिंपल हटाने केघरेलू नुस्खे में किया जा सकता है मुल्तानी मिट्टी में एंटी माइक्रोबियल गुण पाए जाते हैं। जो पिंपल के बैक्टीरिया को खत्म करने में तथा पनपने से रोकने में मदद करते हैं। यदि हम मुल्तानी मिट्टी का इस्तेमाल फेस के पिंपल्स को हटाने के लिए करते हैं , तो या बहुत ही लाभदायक होगा। क्योंकि मुल्तानी मिट्टी हमारे फेस की त्वचा पर बनने वाले तेल को सोख कर चेहरे की गंदगी को साफ करता है। मुल्तानी मिट्टी चेहरे के दाग धब्बों को भी कम करता है। इसलिए हम मुल्तानी मिट्टी का इस्तेमाल पिंपल के इलाज के लिए कर सकते हैं।
लौंग में भी एंटीसेप्टिक गुण पाए जाते हैं। जो पिंपल्स के बैक्टीरिया को खत्म करने में सहायता करते हैं। लौंग में अन्य प्रकार केअच्छे गुण पाए जाते हैं जो पिंपल के साथ – साथ अन्य प्रकार के समस्याओं को दूर करने में सहायता करता है। इसलिए हम लौंग का इस्तेमाल पिंपल हटाने के घरेलू नुस्खे में इस्तेमाल करते हैं।
हल्दी में एंटीबैक्टीरियल और एंटीसेप्टिक गुण पाए जाते हैं। जो पिंपल के बैक्टीरिया से लड़ने में सहायता करते हैं। इसीलिए हम पिंपल्स को ठीक करने के लिए उस पर हल्दी लगाते हैं।
माना जाता है कि पिंपल 30 से 35 साल की उम्र तक भी होते हैं।
शोध के मुताबिक पिंपल विटामिन ए की कमी से अधिक होते हैं।
आज हमने इस लेख में Pimple Hatane ke Gharelu Nushkhe पिंपल हटाने के घरेलू नुस्खे के बारे में बताया है। यदि saptahikpatrika.com के टीम के द्वारा लिखे गए सभी लेख आपकी मदद करते हैं , तो कृपया करके हमारे saptahikpatrika.com को जरुर फॉलो करें।
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