xxxxxxxxxxxxxx
मान लीजिए आप अकेले बैठे हैं और अचानक आपका दिमाग शून्य हो जाता है। फिर आप बिना वजह कीबोर्ड पर उंगलियाँ घुमा देते हैं… और टाइप होता है – xxxxxxxxxxxxxx। अब आप खुद से पूछते हैं – “ये क्या है?” और उससे पहले कि आप जवाब ढूंढें, आप गूगल में इसे सर्च कर बैठते हैं।
बधाई हो! आप भी अब “xxxxxxxxxxxxxx” की रहस्यमयी दुनिया में शामिल हो चुके हैं।
सीधी सी बात ये है कि xxxxxxxxxxxxxx एक ऐसा शब्द (या शब्दों की कमी) है जो 14 बार ‘x’ को दोहराकर बनाया गया है। यानी XXXXXXXXXXXXXXXXXX। न कोई मतलब, न कोई व्याकरण। बस X का एक्स्ट्रा ओवरडोज़!
कुछ लोगों के लिए ये बस एक टाइपिंग गलती है। लेकिन कुछ लोग इसे प्यार का छुपा इज़हार, गुप्त कोड, या हैकिंग सिग्नल भी मानते हैं।
xxxxxxxxxxxxxx – और सोचो कि कोई कभी नहीं समझ पाएगा!xxxxxxxxxxxxxx और सामने वाला अगर समझ जाए, तो आपकी लव स्टोरी हिट है!xxxxxxxxxxxxxx सर्च करो, और खुद को एक जासूस जैसा महसूस करो।आप सोच रहे होंगे कि ये बेकार सा शब्द इतना पॉपुलर क्यों हो रहा है? जवाब है: इंटरनेट की फालतूपन वाली ताकत। जब कुछ भी नहीं होता, तब भी लोग कुछ ढूंढते हैं — और वही बन जाता है अगला ट्रेंड।
यानी “xxxxxxxxxxxxxx” = इंटरनेट की जिज्ञासा + बोरियत + कीबोर्ड की मस्ती।
कुछ लोग मानते हैं कि:
और बाकी लोग कहते हैं: “भाई, ये तो बस X ही X है, कुछ भी नहीं!”
आईटी और वेब डेवलपमेंट में यह एक Placeholder के तौर पर इस्तेमाल होता है। यानी जहां कंटेंट डालना है लेकिन अभी नहीं डाला गया, वहां लिखा जाता है: xxxxxxxxxxxxxx।
बिलकुल जैसे माँ कहती हैं: “अभी खा लो, बाद में नाम बताऊंगी!”
कवि और लेखक कहते हैं कि:
“जहां शब्द कम पड़ जाएं, वहां xxxxxxxxxxxxxx बोलता है।”
किसी अधूरी कविता में जब भावनाएँ नहीं निकलतीं, तो बस X से काम चलाओ!
SEO की दुनिया में कई बार ऐसे अजीब कीवर्ड टेस्ट करने के लिए इस्तेमाल होते हैं। “xxxxxxxxxxxxxx” उन में से एक है। मतलब:
बस डाल दो “xxxxxxxxxxxxxx” और बैठ जाओ मज़े से!
दुनिया में सब कुछ समझने की ज़रूरत नहीं होती। कभी-कभी बेवजह की चीज़ें सबसे ज़्यादा मज़ेदार होती हैं।
“xxxxxxxxxxxxxx” भी एक ऐसा ही शब्द है — जिसका कोई मतलब नहीं है, लेकिन फिर भी लोग इसके पीछे पागल हैं।
तो अगली बार जब कोई आपसे पूछे — “xxxxxxxxxxxxxx क्या होता है?”
आप गर्व से कहिए:“वो मेरी डिजिटल शख़्सियत का हिस्सा है, भाई!”
नीचे कमेंट में बताइए — आपने कब पहली बार “xxxxxxxxxxxxxx” लिखा था? और क्यों?
उत्तर:
“xxxxxxxxxxxxxx” सिर्फ 14 बार ‘x’ अक्षर को दोहराकर बना एक शब्द है। इसका कोई शाब्दिक अर्थ नहीं है, लेकिन इंटरनेट पर यह एक ट्रेंड बन चुका है — मस्ती, जिज्ञासा और बोरियत का मिलाजुला नमूना।
उत्तर:
कई लोगों को ऐसा लगता है, लेकिन नहीं — यह कोई गुप्त कोड या हैकिंग सिग्नल नहीं है। यह अधिकतर टेक्निकल टेस्टिंग, टाइपिंग मस्ती, या फिर SEO एक्सपेरिमेंट के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
उत्तर:
इसकी सबसे बड़ी वजह है लोगों की जिज्ञासा और इंटरनेट की अजीब आदतें। कुछ इसे मजाक में खोजते हैं, कुछ परीक्षण के लिए। और कुछ तो सिर्फ इसलिए, क्योंकि उन्होंने किसी और को इसे सर्च करते देखा।
उत्तर:
हां, कई SEO एक्सपर्ट इसका उपयोग टेस्टिंग के लिए करते हैं — जैसे कि कीवर्ड इंडेक्सिंग, सर्च इंजन रिस्पॉन्स या कंटेंट डिटेक्शन के परीक्षण के लिए।
उत्तर:
Lorem Ipsum लैटिन भाषा का डमी टेक्स्ट है जिसका इस्तेमाल डिजाइन में होता है। वहीं xxxxxxxxxxxxxx एक फनी, बेकार और मज़ाकिया प्लेसहोल्डर है — इसका कोई असली मतलब नहीं होता।
उत्तर:
हो सकता है! अगर इंटरनेट यूज़र्स ऐसे ही इसे शेयर करते रहें, तो हो सकता है कल को ये एक Meme, एक Brand या फिर किसी App का नाम भी बन जाए! इंटरनेट पर सब कुछ मुमकिन है।
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