शिक्षक समाज के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होता है। एक शिक्षक ही समाज को आगे बढ़ाने का कार्य करता है। जीवन में सफलता पाने के लिए एक शिक्षक की अधिक आवश्यकता होती है। क्योंकि कोई भी इंसान बिना शिक्षक के अपने जीवन में सफल नहीं हो सकता है। एक सफल इंसान बनने के लिए एक शिक्षक की बहुत ही आवश्यकता होती है। शिक्षक समाज के लिए महत्वपूर्ण होता है। क्योंकि एक शिक्षक ही समाज को सही राह दिखाता है। जैसा कि आप सभी जानते हैं। बिना शिक्षा के कोई भी समाज की ऊंचाइयों तक नहीं पहुंच सकता है। एक सफल समाज तथा सफल देश बनाने के लिए एक शिक्षक का होना जरूरी है। इसीलिए शिक्षक को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है और उनके आदर और सम्मान के लिए विश्व के अलग-अलग देशों में शिक्षक दिवस अलग-अलग तारीख को मनाया जाता है।
शिक्षक दिवस को कुछ देशों में छुट्टी के रूप में मनाया जाता है। कुछ देशों में कार्य के साथ करते हुए मनाया जाता है। हमारे भारत देश में शिक्षक दिवस 5 सितंबर को मनाया जाता है। भारत देश में शिक्षक दिवस के दिन प्रत्येक शिक्षा एकेडमी ,स्कूलों,विद्यालयों, कॉलेज में शिक्षक दिवस को अपने कार्यों को करने के साथ-साथ शिक्षक दिवस को मनाया जाता है। भारत में शिक्षक दिवस हमारे भूतपूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्म दिवस के अवसर पर शिक्षक दिवस मनाया जाता है। आज हम इस लेख मे शिक्षक दिवस कब और क्यों मनाया जाता है? के बारे में सभी जानकारियों को विस्तार से जानेंगे शिक्षक दिवस की सभी महत्वपूर्ण जानकारियों को जानने के लिए हमारे इस लेख को अंक तक पढ़ें ।
शिक्षक दिवस प्रतिवर्ष 5 सितंबर को मनाया जाता है। एक शिक्षक युवाओं को मार्गदर्शन दिखाते हैं तथा उनको प्रेरणा देने का कार्य करते हैं। प्रत्येक वर्ष शिक्षक दिवस महान शिक्षकों के जीवन और कार्यों को महत्व देने के लिए मनाया जाता है। बचपन से ही प्रत्येक बच्चा एक विद्यालय में जाकर अपने शिक्षक से ज्ञान तथा नैतिकता को अर्जित करता है। शिक्षक का महत्वपूर्ण कार्य है कि वह अपने बच्चों को ज्ञान के साथ-साथ उसे जीवन में सफल होने के लिए भी बचपन से उसको तैयार करें और हर शिक्षक यही करता है। उसी प्रकार हमारे भूतपूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने भी अपने शिक्षक जीवन में अपने सभी विद्यार्थियों को ज्ञान तथा समाज में आगे बढ़ने की शिक्षा दी इसलिए उनके जन्म दिवस को शिक्षक दिवस के रूप में 5 सितंबर को मनाया जाता है। एक बार की बात है एक बार उनके दोस्त आए और उन्होंने कहा कि हम सब आपका जन्मदिन मनाना चाहते हैं। लेकिन डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने कहा यदि आप हमारा जन्मदिन मनाना चाहते हैं तो आप हमारे जन्मदिन को एक शिक्षक दिवस के रुप में मनाए तो हमें उससे कहीं ज्यादा प्रसन्नता होगी। उसी समय 1962 में वह भारत देश के राष्ट्रपति बने और तभी से ही उनके जन्मदिन को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाने लगा डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने शिक्षा के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण कार्य किए हैं। उन्होंने शिक्षा को महत्वपूर्ण माना था। उनका मानना था कि एक शिक्षक का दिमाग सबसे तेज होता है । डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन का मानना था कि शिक्षा के जरिए ही मानव के मस्तिष्क का सही उपयोग किया जा सकता है। डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन अपने छात्रों को पढ़ाने से पहले वह खुद उस विषय पर अध्ययन करते थे। उसके बाद ही अपने छात्रों को पढ़ाते थे और एक शिक्षक का यही सबसे महत्वपूर्ण कार्य कि वह पहले खुद को ज्ञान से परिपूर्ण कर ले उसके बाद ही अपने छात्रों को ज्ञान दे ताकि वह समाज में अपना एक महत्वपूर्ण स्थान बना सकें ।
शिक्षक दिवस को देश के पहले उपराष्ट्रपति तथा भारत के दूसरे राष्ट्रपति बनने वाले एक विद्वान दार्शनिक तथा भारत रत्न से सम्मानित डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन जन्मदिन के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है। डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म साल 1888 में 5 सितंबर को हुआ था। लेकिन भारत में शिक्षक दिवस 1962 में मनाया गया क्यों क्योंकि उस दिन डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन का 77 वां जन्मदिवस था। उनका पूरा जीवन शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कार्य करने में ही समर्पित था। शिक्षक दिवस के दिन हम अपने शिक्षकों के दिए हुए ज्ञान तथा प्यार और उनके द्वारा दिए गए नैतिक गुणों के लिए उनको सम्मानित करते हैं।
शिक्षक दिवस पर सभी शिक्षकों के द्वारा किए गए महत्वपूर्ण कार्य और योगदान के लिए उनको के सम्मानित किया जाता है। भारत में प्रत्येक वर्ष 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है। इसलिए क्योंकि उस दिन भारत देश के पहले उपराष्ट्रपति तथा भारत देश के दूसरे राष्ट्रपति बनने वाले महान विद्वान भारत रत्न से सम्मानित डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्मदिन होता है और उनके द्वारा दिए गए शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान तथा उनके द्वारा किये गए शिक्षा के क्षेत्र कम महत्वपूर्ण कार्यों के लिए उनको जन्मदिन के रूप में सम्मानित किया जाता है।और इसीलिए शिक्षक दिवस प्रत्येक वर्ष 5 सितंबर को सर्वपल्ली राधाकृष्ण जन्मदिन के रूप में तथा उनकी याद में मनाया जाता है।
शिक्षक दिवस को बहुत ही उत्साह के साथ पूरे देश में मनाया जाता है. प्राचीन काल से ही शिक्षकों का बच्चों के जीवन में बहुत ही महत्व है। शिक्षकों के द्वारा दिए हुए ज्ञान तथा उनके मार्गदर्शन से ही हम जीवन में सफलता की ऊंचाइयों तक पहुंच सकते हैं। शिक्षक दिवस पर सभी शिक्षकों तथा उनके योगदान के लिए उनको समर्पित किया जाता है। भारत में शिक्षक दिवस शिक्षकों के प्रति सम्मान और कृतज्ञता को अर्पित करने का उत्साह और अवसर है। एक शिक्षक हमारे जीवन में सभी कठिनाइयों से लड़ने के लिए प्रोत्साहित करते हैं इसीलिए हमारे जीवन में एक शिक्षक का बहुत ही महत्वपूर्ण योगदान होता है।
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