White Hair treatment
आजकल के समय में बदलता हुआ लाइफस्टाइल तथा खानपान की वजह से सफेद बालों की समस्या आजकल के समय में आम होगा हो गई है। सफेद बालों की समस्या आजकल के समय में आम बात है। अब तो कम उम्र के लोगों में भी सफेद बाल होने की समस्या होने लगी है। सफेद बाल होने की कई वजह हो सकती है। पर सही खानपान ना होने की वजह से तथा समय पर न सोने की वजह से शरीर में पोषण तथा पोषक तत्वों की कमी हो जाती है। और उसी कमी की वजह से कम उम्र में ही बाल सफेद होने की समस्या होने लगती हैं। सफेद बाल की समस्या होने पर डॉक्टर पौष्टिक खानपान के लिए कहते हैं। लेकिन कई लोग अपने सफेद बाल को काला करने के लिए विभिन्न प्रकार के केमिकल युक्त हेयर कलर का प्रयोग करते हैं। जिसके कारण उनके बाल ड्राई तो होते ही हैं और साथ ही साथ उनको शरीर को भी नुकसान पहुँचता है।
आज हम इस लेख में white hair problem solution in hindi में कई ऐसे सफेद बालों के समाधान बताएंगे जिस अपना कर आप अपने बालों को काला तथा उनकों सफेद होने से भी बचा सकते हैं। लेकिन आप सभी लोग उन समाधानों के बारे जानना चाहते हैं तो हमारे इस लेख को आखिर तक पढ़ें।
सफेद बाल आप सभी लोगों की नेचुरल तरीके से उम्र बढ़ने की एक प्रक्रिया है। हमारे बालों की त्वचा में कई लाख बालों के रोम कूप पाए जाते हैं। जिस प्रकार लोगों की स्किन में मेलानिन की मात्रा अधिक होने से उनका शरीर का रंग कला दिखाई पड़ता है और जिसके शरीर में मेलानिन की मात्रा कम होती है। उनका शरीर गोरा या भूरा दिखाई देता है। बालों में भी मेलानिन की मात्रा पाई जाती है। हमारे बालों में भी मेलानिन नामक पिग्मेंट पाया जाता है। जैसे – जैसे हमारी उम्र बढ़ती है वैसे ही हमारे बालों के रोम कूप में मेलानिन का पिग्मेंट खोने लगता है और हमारे बाल सफेद होने लगते हैं।
बाल सफेद होने के कुछ निम्नलिखित कारण है –
कम उम्र में बाल सफेद होने का कारण अनुवांशिकता भी हो सकता है। अनुवांशिकता समय निर्धारित करता है। की कितनी उम्र में आपके बाल से मिलेनिन की मात्रा कम हो जाएगी और आपके बाल सफेद होने लगेंगे।
ऐसा माना जाता है कि पोषक तत्वों की कमी की वजह से भी हमारे बाल सफेद होने लगते है। क्योंकि हमारे बालों को विटामिन्स की जरूरत होती है और उन्ही विटामिन्स की हमारे शरीर में कमी होने के कारण हमारे बाल सफेद होने लगते हैं।
ऐसा माना जाता है कि शरीर में किसी भी प्रकार के रोग होने के कारण भी हमारे बाल सफेद होने लगते हैं और कुछ ऐसे लोग हैं जिनके कई प्रकार की बीमारियों कारण बाल सफेद होने लगते हैं। जैसे थायराइड, ऑटोइम्यून डिसऑर्डर और सफेद रोग यदि हमारे शरीर में यह रोग मौजूद है तो यह सफेद बाल होने का कारण बन सकता है।
तनाव के कारण हमारा पूरा शरीर ही प्रभावित हो जाता है। जब हमारे शरीर में तनाव बढ़ता है , तो शरीर में अपना नकारात्मक प्रभाव छोड़ता है। हमारे शरीर का प्रत्येक अंग तनाव से प्रभावित हो जाता है और बाल भी सफेद होने लगता है।
मार्केट में कुछ ऐसे हेयर प्रोडक्ट मौजूद है। जिनमें रसायन की मात्रा पाई जाती है जो सफेद बाल होने की वजह बन सकते हैं। आजकल के समय में मार्केट में कई प्रकार के प्रोडक्ट इस्तेमाल करने से हमारे सफेद हो जा रहे हैं।
सफेद बालों के इलाज के लिए करी पत्ते का इस्तेमाल कर सकते हैं। एक मेडिकल रिसर्च से पता चला है कि करी पत्ता हमारे बालों के रंग को प्राकृतिक तरीके से बालों को समय से पहले सफेद होने से बचाता है। करी पत्ता हमारे बालों के हेयर कलर के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है। करी पत्ता के पाउडर को अपने बालों में लगाकर अपने बालों को कलर कर सकते हैं। करी पत्ता मेहंदी की तरह काम तो नहीं करेगा। लेकिन हमारे बालों को भूरा करने के लिए काफी है।
एनसीबीआई [नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी एंड इनफार्मेशन ] ऑफिशल वेबसाइट पर अपने लेख के माध्यम से वैज्ञानिक रिसर्च में यह बात बताया गया है कि हमारे सफेद बालों के इलाज में आंवले का इस्तेमाल कर सकते हैं। कई रिसर्च के मुताबिक आंवले का इस्तेमाल सालों से ट्रेडिशनल रूप में मेडिसन के रूप में बालों में पिग्मेंट या प्राकृतिक रंग को बढ़ाने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। क्योंकिआंवले में विटामिन सी की भरपूर मात्रा पाई जाती है। इसलिए इसलिए आंवले का इस्तेमाल सफेद बालों के इलाज के लिए फायदेमंद है। आंवले में पाया जाने वाला विटामिन c की वजह से एंटीऑक्सीडेंट से हम अपने बालों को समय से पहले सफेद होने वाली परेशानियों से बचा सकते हैं और हम अपने घरों पर आंवला के तेल का इस्तेमाल करके भी अपने बालों को सफेद होने से बचा सकते हैं। इसलिए आंवले को प्राकृतिक रूप से हमारे बालों को रंग देने के लिए जाना जाता है।
सफेद बालों का इलाज के लिए तिल तेल और नारियल का तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह दोनों तेल हमारे बालों को समय से पहले सफेद होने से बचाता है तथा नारियल का तेल हमारे बालों की त्वचा के ब्लड सर्क्युलेशन को बेहतर करके बालों को काला बनाता है।
सफेद बालों के इलाज के लिए घरेलू उपचार में प्याज का रस और जैतून के तेल का इस्तेमाल किया जा सकता है। प्याज के रस में केटालेज एंजाइम पाया जाता है। जो सफेद बालों को फिर से काला करने में सहायता करता है। जैतून के तेल में ओलिक एसिड, मोनोअनसैचुरेटेड फैटी एसिड, फ्लेवोनॉइड्स ,ट्राइटर पेन और विटामिन ई पाया जाता है यदि हम अपने बालों में जैतून के तेल में प्याज के रस को मिलाकर लगाएं तो क्या हमारे बालों को सफेद होने से बचाया जा सकता है।
सफ़ेद बालों के इलाज के लिए अरंडी का तेल और नारियल के तेल का इस्तेमाल किया जा सकता है। मेडिकल रिसर्च से पता चला है कि अरंडी के तेल में ऐसे तत्व मौजूद है जो रक्त संचार में सुधार करने का कार्य करते हैं। यदि हम अरंडी के तेल में नारियल के तेल को मिलाकर अपने बालों में मसाज करें तो हमारे बाल सफेद होने से बचे रहेंगे। नारियल का तेल भी बालों की त्वचा में रक्त सुधार करने का कार्य करता है।
मेथी के बीज का इस्तेमाल प्रभावी रूप से सफेद बालों के लिए के इलाज के लिए इस्तेमाल किया जाता है। मेथी के बीच में लेसिथिन फैट और एसेंशियल अमीनो एसिड पाया जाता है। सभी तत्व हमारे बालों को सफेद होने से बचाते हैं। इसलिए ऐसा माना जाता है कि मेथी का बीज सफेद बालों के इलाज के लिए लाभकारी है।
मेडिकल रिसर्च के के मुताबिक नारियल तेल से बालों की त्वचा की मालिश या मसाज करने से रक्त संचार करता है। नारियल का तेल हमारे बालों को नेचुरल तरीके से काला करता है और सफेद होने से भी बचाता है। नींबू हमारे बालों को रूसी से बचाता है। नींबू में भी विटामिन सी की मात्रा अधिक पाई जाती है। जो हमारे बालों के लिए लाभकारी साबित होता है। यदि हम नारियल तेल और नींबू के रस का इस्तेमाल अपने बालों के लिए करते हैं , तो हमारे बालों को सफेद होने से बचाएगा और बालों को मजबूती भी देगा।
यदि सफेद बालों के इलाज के लिए मेहंदी और काफी को मिलाकर बालों पर लगाया जाए तो यह बालों पर बहुत ही प्रभावी रूप से कार्य करेगा। मेडिकल रिसर्च के मुताबिक मेहंदी और काफी में बालों को कलर करने के गुण पाए जाते हैं। यह दोनों ही सफेद बाल होने से बचाने का कार्य करते हैं। यदि बिना केमिकल युक्त हेयर कलर का इस्तेमाल करना चाहते हैं ,तो मेहंदी काफी बहुत ही अच्छा माना जाता है
बाल सफ़ेद होने की सही उम्र 50 साल या फिर 60 तक बल सफ़ेद होते हैं।
आज कल के समय में तो 30 साल के मध्य ही बाल सफ़ेद हो जाते हैं।
संतरा, नींबू आदि विटामिन c से भरपूर फल खाने से बाल काले होते हैं।
निष्कर्ष
आज हमने इस लेख में white hair problem solution in hindi में कई ऐसे तरीको के बारे में बताया है। जिनका इस्तेमाल करके आप अपने सफ़ेद बालों प्राकृतिक रुप से इलाज कर सकते हैं। हमारे saptahikpatrika.com टीम द्वारा लिखा गया यह देख आपकी जरा सी भी सहायता करे तो हमारे saptahikpatrika.com को जरुर फॉलो करें।
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