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पीरियड्स टाइम पर न आए तो क्या करें – घरेलू उपाय (Late Periods Remedies at Home)

पीरियड्स टाइम पर न आए तो क्या क
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महिलाओं के जीवन में पीरियड्स (Periods) एक सामान्य जैविक प्रक्रिया है, जो हर महीने तय समय पर होती है। लेकिन कई बार हार्मोनल बदलाव (Hormonal Changes), तनाव (Stress), जीवनशैली (Lifestyle) या अन्य स्वास्थ्य कारणों से पीरियड्स समय पर नहीं आते। ऐसे में यह सवाल उठता है कि अगर पीरियड्स टाइम पर न आए (Late Periods) तो क्या करें? इस लेख में हम जानेंगे देर से पीरियड्स आने के कारण, घरेलू उपाय (Home Remedies) और डॉक्टर से कब संपर्क करना चाहिए।

Table of Contents

पीरियड्स टाइम पर न आए तो क्या करें – 10 असरदार घरेलू उपाय हिंदी में (Late Periods Home Remedies)


देरी से पीरियड्स (Late Periods) आने के प्रमुख कारण:

  1. तनाव और चिंता (Stress and Anxiety): मानसिक तनाव से हार्मोनल असंतुलन होता है, जिससे पीरियड्स में देरी हो सकती है।
  2. हार्मोनल बदलाव (Hormonal Imbalance): थायराइड, पीसीओडी/पीसीओएस जैसी स्थितियाँ मासिक धर्म को प्रभावित करती हैं।
  3. वजन का अधिक या कम होना (Overweight or Underweight): अधिक वजन या बहुत दुबले शरीर में एस्ट्रोजन असंतुलन होता है।
  4. अत्यधिक एक्सरसाइज (Excessive Exercise): अत्यधिक व्यायाम भी पीरियड्स को रोक सकता है।
  5. अनियमित जीवनशैली (Irregular Lifestyle): नींद की कमी, जंक फूड और शराब-सिगरेट का सेवन भी एक बड़ा कारण है।
  6. दवाइयाँ या गर्भनिरोधक गोलियां (Medications or Birth Control Pills): इनके साइड इफेक्ट्स से भी मासिक धर्म प्रभावित होता है।

पीरियड्स लाने के लिए असरदार घरेलू उपाय (Effective Home Remedies for Late Periods):

1. अदरक की चाय (Ginger Tea)

अदरक शरीर की गर्मी बढ़ाकर यूटेरस को सक्रिय करता है। रोज सुबह खाली पेट अदरक की चाय लें।

2. गुड़ और तिल (Jaggery and Sesame Seeds)

गुड़ और तिल पीरियड्स लाने के लिए सदियों से इस्तेमाल किया जाता है। सर्दियों में गुड़-तिल के लड्डू बहुत फायदेमंद होते हैं।

3. पपीता (Papaya)

पपीता यूटेराइन मसल्स को सक्रिय करता है। नियमित रूप से पपीता खाने से पीरियड्स समय पर आते हैं।

4. हल्दी वाला दूध (Turmeric Milk)

हल्दी बॉडी को गर्म करती है और हार्मोन को बैलेंस करती है। रात में हल्दी दूध पीना लाभकारी है।

5. मेथी के बीज का पानी (Fenugreek Seed Water)

रातभर पानी में भिगोए गए मेथी के बीज का पानी सुबह पीने से हार्मोन संतुलित होते हैं।

6. पुदीना और गुड़ (Mint and Jaggery)

पुदीना पाचन में सहायक और हार्मोन को नियंत्रित करने वाला है। इसे गुड़ के साथ मिलाकर खाना चाहिए।

7. अनार का रस (Pomegranate Juice)

अनार हार्मोन संतुलन के लिए लाभकारी है। दिन में 2 बार अनार का रस पीने से फायदा मिलता है।

8. एलोवेरा जेल और शहद (Aloe Vera Gel and Honey)

एलोवेरा हार्मोनल बैलेंस बनाए रखता है। रोज सुबह 1 चम्मच एलोवेरा जेल में थोड़ा शहद मिलाकर सेवन करें।

9. धनिया के बीज का पानी (Coriander Seed Water)

धनिया बीज को पानी में उबालकर छान लें और पीएं। यह माहवारी को रेगुलर करने में मदद करता है।

10. कैस्टर ऑयल से पेट पर मालिश (Castor Oil Massage)

कैस्टर ऑयल से पेट की हल्के हाथों से मालिश करने से यूटेरस में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है।


खानपान और जीवनशैली में बदलाव (Diet and Lifestyle Tips for Irregular Periods):

  • आयरन और फाइबर युक्त आहार लें (पालक, चुकंदर, अनार)
  • नियमित व्यायाम करें – योग, प्राणायाम और सूर्य नमस्कार
  • तनाव कम करें – मेडिटेशन और म्यूजिक थेरेपी अपनाएं
  • पर्याप्त नींद लें (कम से कम 7–8 घंटे)

कब डॉक्टर से संपर्क करें? (When to See a Doctor for Late Periods)

  • 35 दिन से अधिक देर हो जाए तो
  • बार-बार पीरियड्स लेट होते हों
  • पेट में तेज दर्द या भारी ब्लीडिंग हो
  • प्रेग्नेंसी का शक हो
  • पीरियड्स 3 महीने से बंद हों (Menopause से पहले)

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs about Late Periods and Remedies)

हां, इससे ओवुलेशन प्रभावित होता है और गर्भधारण कठिन हो सकता है।

अगर पीरियड्स 7 दिन से अधिक लेट हो जाएं, तो प्रेग्नेंसी टेस्ट करें।

हल्के मामलों में हां, लेकिन गंभीर कारण हो तो डॉक्टर की सलाह ज़रूरी है।

हो सकता है, खासकर अगर साथ में मुहांसे, वजन बढ़ना और चेहरे पर बाल हों।

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निष्कर्ष (Conclusion on Late Periods Remedies):

अगर पीरियड्स (Periods) समय पर न आएं, तो पहले कारण को समझना जरूरी है। ऊपर बताए गए घरेलू उपाय (Home Remedies for Late Periods) कई बार असरदार साबित होते हैं, लेकिन बार-बार समस्या हो तो डॉक्टर से संपर्क ज़रूर करें। स्वास्थ्य जीवनशैली और संतुलित आहार पीरियड्स नियमित रखने में मदद करते हैं।

नोट: यदि लक्षण गंभीर हों, तो किसी स्त्री रोग विशेषज्ञ से ज़रूर परामर्श लें।

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